Home » अशोक जमनानी » कविता » दिल्ली » ASHOK JAMNANI » दिल्ली दिल्ली दिल्ली एक दर्द एक दवा एक यकीन कि इलाज़ पर मर्ज़ लाइलाज़ जो तेरे सरताज वो तेरे मोहताज़ दिल्ली एक दुआ क्यों दुआ बद्दुआ ??? - अशोक जमनानी Share: Facebook Twitter Google+ StumbleUpon Digg Delicious LinkedIn Reddit Technorati