Home » अशोक जमनानी » कविता » ASHOK JAMNANI » गुलशन गुलशन गुलशन तय तो था कि हक़ होगा इस गुलशन पर हर बुलबुल का पर चंद गिध्द काबिज़ हो बैठे गुलशन के हर इक गुल पर -अशोक जमनानी Share: Facebook Twitter Google+ StumbleUpon Digg Delicious LinkedIn Reddit Technorati