बंजर संगम नर्मदा के दक्षिण तट पर है और सामने के उत्तर तट पर है मंडला। यह नगर गोंड राजवंश की राजधानी 1680 में बना। हृदयशाह का प्रपोत्र नरेंद्रशाह राजधानी रामनगर से मंडला ले आया। इतिहास के सुनहरे पन्नों को सजाने के साथ-साथ कुछ चिर परिचित सियासी रक्तरंजित अध्याय मंडला ने भी लिखे हैं । आपसी कलह और युद्ध के अनेक किस्से मंडला का किला सुनाता है । जिन्हें हम फिर कभी कहेंगे-सुनेंगे। अभी तो हम मंडला के हरिहर घाट और देवधारा के गऊघाट को प्रणाम करते हुए सहस्त्रधारा की ओर बढ़ते हैं जहाँ नर्मदा इस दौर के अपने बड़े बदलाव की कथा सुनायेगी .......
- अशोक जमनानी
- अशोक जमनानी